कुछ तो कहो
कुछ तो कहो
कैसे हो कहाँ हो
तुम बताओ तो
राह देख -देख कर
आँखे थक चुकी।
तुम्हारे बिना कुछ भी
अच्छा नहीं लगता
चाँद -सितारे नजारे
सभी चुप से हैं।
आ जाओ अब
इन्तजार नहीं होता
कोई संदेशा ही
भिजवा दो।
अब इन्तजार
नहीं होता
कहाँ हो तुम ?
कैसे हो कहाँ हो
तुम बताओ तो
राह देख -देख कर
आँखे थक चुकी।
तुम्हारे बिना कुछ भी
अच्छा नहीं लगता
चाँद -सितारे नजारे
सभी चुप से हैं।
आ जाओ अब
इन्तजार नहीं होता
कोई संदेशा ही
भिजवा दो।
अब इन्तजार
नहीं होता
कहाँ हो तुम ?