कुछ तो है
कुछ तो है
कहते हो कोई बात नहीं
कुछ तो हमारे दरमियान है
मिलने को जो हमको
तुमसे
कुरेदती रहती है
तुम्हारे आने का
एहसास भर
ख्वाबों को बसती
बना देता है
देखने के लिए आंखे
तुमको
तरसती रहती है
आते हो तो जैसे
गंभीर होना
हमको मदमस्त
बना देता है
छूने के लिए अंगुलिया
तुमको
मचलती रहती है
अब आ जाओ
हमारे
जीवन में बस
तुम्हारी
कमी सी लगती है।

