कुछ पल के लिए ही सही
कुछ पल के लिए ही सही
कि कुछ पल के लिए ही सही
हमें अपना बना लो…
ये कैसी है दूरी तुम से सहा नही जाता
कुछ पल के लिए ही सही
हमें यूं दूर ना करो...
मेरी कलम थक जाती है
और सासें टूट जाती है
खुद को हम से दूर ना करो
कुछ पल के लिए ही सही
हमें तो देख लेने दो...
देखो , वो आते जा रहे हैं
हमें तुम से दूर करने
तुम्हारी जुदाई को मैं
बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी
कुछ पल के लिए ही सही
हमें अपना बना लो.....
कि इश्क हो गया हैं हमे तुम से
आप से आज इकरार करता हूं
कुछ पल के लिए ही सही
तेरे लिए मैं शायर बना फिरता हूँ.....
हां,माना कि तुम से हर वक्त लड़ता हूं
क्या करू तुम से बात करने का बहाना बनाता हूं
कुछ पल के लिए ही सही
तुम से बात तो करता हूं........
कि पुरे 2 साल हो गए तुम्हें देखे हुए
ऑनलाइन ही सही तुम से प्यार तो करता हूँ
कुछ पल के लिए ही सही
तुम से प्यार तो करता हूं.......…
कि पता चला है हमें
कुछ तुमको है बात करना हैं हम से
पर तुम कर नही पाते हों
तो बताओ तुम खुद को कैसे रोक पाते हों,
कुछ पल के लिए ही सही
हमसे प्यार तो कर लो........
क्या थी मेरी कमी तुम सबको बताया करती थीं
तुम मेरे लिए खुद को रूलाया करती थीं
कुछ पल के लिए ही सही
तुम हम से प्यार तो करती थीं......
कि तुम मुझे याद करने के लिए सब बताती थीं
कभी शौर्य के लिए खुद से भी
तरस जाया करोगी
कि ढूंढने पर भी नही मिलूगा तुम सबको
कि इतना दूर चला जाऊंगा
कुछ पल के लिए ही सही
तुम मुझे याद तो करोगी।

