STORYMIRROR

shourya mishra

Abstract Inspirational

3  

shourya mishra

Abstract Inspirational

तुम संघर्ष करो

तुम संघर्ष करो

1 min
243

  तुम संघर्ष करो, हम आसमां में हैं 

  इस जहां में नहीं, हर कण में है

नेकी की राह पे तुम ख़ुद से, संघर्ष में भरो

तुम संघर्ष करो।

अड़चन आएगी तुम खुद रहो ,

अपनी राह को छोड़, तुम कहीं न भटको 

तुम संघर्ष करो।

                      

उस हालत में साथ कम मिलेंगे, 

 दूसरी ओर ज्यादा मिलेंगे,

 तुम घबराना नहीं,

 अंत में तुम्हारे पास ही रहेंगे 

                      तुम संघर्ष करो।


जो प्रतिज्ञा तुमने की है, उसे पूर्ण करो

 तुम जहां के पीछे मत भटको ,

                        तुम संघर्ष करो।


तुम्हारे राह में बहुत कठिनाइयां है, 

ख़ुद पे यकीन करो

एक - एक कर तुम सब का सामना करो ,

अंतिम क्षण ही क्यों ना हो !

      तुम संघर्ष करो।


तुम संघर्ष करो, हम आसमां में हैं 

इस जहां में नहीं, हर कण में है ..

                बस तुम संघर्ष करो ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract