मैं मुम्बई हूँ, रूकना मेरी अदा नहीं ! मैं मुम्बई हूँ, झुकने का कोई इरादा नहीं ! मैं मुम्बई हूँ, रूकना मेरी अदा नहीं ! मैं मुम्बई हूँ, झुकने का कोई इरादा नहीं...
हम करें प्रार्थना मिलकर प्रकृति से, हम रूठे हुए अपने रब को मना लें। हम करें प्रार्थना मिलकर प्रकृति से, हम रूठे हुए अपने रब को मना लें।
जिंदगी में कुछ कर गुजरने की प्रणा देती है ये कविता जिंदगी में कुछ कर गुजरने की प्रणा देती है ये कविता
नियत चक्रधारी ने मार हार विजय निर्णायक कर्म धर्म मर्म का मान किया।। नियत चक्रधारी ने मार हार विजय निर्णायक कर्म धर्म मर्म का मान किया।।
पढ़ने दो-लिखने दो इनको आगे बढ़ने दो, पढ़ने दो-लिखने दो इनको आगे बढ़ने दो,
देश की खातिर लड़ गए वह लोग और थे, वतन पर जान न्योछावर कर गए वो लोग और थे! देश की खातिर लड़ गए वह लोग और थे, वतन पर जान न्योछावर कर गए वो लोग और...