कतरा कतरा
कतरा कतरा
कतरे कतरे में
टुकडें टुकडों में किश्त भरी है जिंदगी की
न जाने जिंदगी
कितने खेल और खेलोगी
एक दरख्वास्त है तुमसे
जब निकले दम मेरा
मेरा हमनशीन मेरी नजरों में हों
कतरे कतरे में
टुकडें टुकडों में किश्त भरी है जिंदगी की
न जाने जिंदगी
कितने खेल और खेलोगी
एक दरख्वास्त है तुमसे
जब निकले दम मेरा
मेरा हमनशीन मेरी नजरों में हों