2020 जरूरी है
2020 जरूरी है
हो मीठी या कड़वी हो,
यादें भी जरूरी हैं
हो सच्चे या झूठ सही,
कुछ वादे भी जरूरी हैं।
हो पूरे या आधे हो,
सपने भी जरूरी हैं
हो साथ या दूर कहीं
कुछ अपने भी जरूरी हैं।
हो सही या गलती हो,
अड़ना भी जरूरी है
हो जीत या हार सही,
पर लड़ना भी जरूरी है ।।
हो सफल या असफल हो,
परीक्षाएँ भी जरूरी है,
हो छोटी या बड़ी कहीं,
कुछ आशाएँ भी जरूरी है ।
बढ़ने को हर पल निरंतर ,
ठहराव भी जरूरी है
जीने को हर क्षण यूं खुलकर,
अब अलगाव भी जरूरी है ।
हो नाजुक या हो भयंकर,
एक टीस भी जरूरी है
जीवन में इक दफ़ा एक बार,
दो हजार बीस भी जरूरी है ।।।