कसूर
कसूर
तेरा मिलना, तेरा रहना, तेरा बिछड़ जाना,
एक हसीन सफ़र था, उसके लिए,
तुझे देखना, तुझे सुनना, तुझे एकतरफा ही जी जाना,
एक इश्क का एहसास था, उसके लिए,
वो सब भूल जाए, पर उसकी यादें आती रहना,
एक सुकून सा था, उसके लिए,
अब चेहरों पर मुस्कान और छुप के रो ले,
बताओ, क्या कसूर था, उसका वैसे ।

