छात्रों के चेहरों पर मुस्कान लाया, शिक्षा सत्र का पहला दिन आया, छात्रों के चेहरों पर मुस्कान लाया, शिक्षा सत्र का पहला दिन आया,
सही मार्ग अपनाकर तुम सूरज सा चमकना सीखो, सही मार्ग अपनाकर तुम सूरज सा चमकना सीखो,
सब समझते शब्दों की भाषा जो समझे खामोशी भी बच्चे वो एक बस माँ ही होती सब समझते शब्दों की भाषा जो समझे खामोशी भी बच्चे वो एक बस माँ ही होती
ये रोटी ही तो मुरझाए चेहरों की हंसी लौटाए ये रोटी ही तो मुरझाए चेहरों की हंसी लौटाए
लाल वह सच्चा माटी के अपने लगा जोर जगा दिए जीवन के सपने लाल वह सच्चा माटी के अपने लगा जोर जगा दिए जीवन के सपने
जब भी मासूम चेहरों पे मुस्कान देखता हूँ ,मैं भारत को आसमान में उड़ते देखता हूँ । जब भी मासूम चेहरों पे मुस्कान देखता हूँ ,मैं भारत को आसमान में उड़ते देखता हूँ ।