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Deep Kaur

Romance Inspirational

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Deep Kaur

Romance Inspirational

कश्ती बिन किनारे की

कश्ती बिन किनारे की

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ख़रीद ली थी हमने 

हर चीज़ जो सस्ती थी


वो एक नजर भी देख ले इधर

न यह बात मेरे वस की थी


नाम दौलत शोहरत

सब कमाने के बाद भी

उसकी एक नजर मेरी तरफ न मुड़ी 

न जाने कैसी वो हस्ती थी


जिसका कोई किनारा नहीं होता 

मेरी मोहब्ब्त वो कश्ती थी...


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