अब पॉसिबल नही हैं
अब पॉसिबल नही हैं
ज़िंदगी का खूबसूरत होना अब पॉसिबल नही हैं
किसी एक का मेरी ज़िंदगी में होना अब पॉसिबल नही हैं
अरसा हो गया तुजसे बात किये
तेरी खुशी मैं हस्ते और अपने गम मैं तेरे दिलासे लिये
किसी एक के साथ मेरा नाता नही जुड़ा
हर किसी के गम मैं रोना अब पॉसिबल नही हैं
नींद आये तो ख्वाब आना लाजमी हैं
लेकिन खुली आँखों से ख्वाब संजोना अब पॉसिबल नही हैं
तुजे जरूरत थी जो तेरे अकेले का होंके रहे
कितनी चीज़ों को हम साथ लिये फिरते हैं
दोस्त, परिवार और जिम्मेदारियों को छोड़ के
बस तेरे पास आना अब पॉसिबल नही हैं
मेरे और मायके बीच किसी एक को चुनो ये था केहना आप का
लेकिन आप क्यों नही समजती की
माँ तो आपकी भी मेरी ही हैं
अगर आप मेरी फैमिली को अपना ना समजे
तो फिर मेरा आप के लिये बदल जाना अब पॉसिबल नही हैं।