कशमकश
कशमकश
ये कौन सी कश्मकश
चल रही हैं आज,
दिल और दिमाग में,
दिल कहता हैं, बेवफा हैं वो,
जो बात तक नहीं करती
तुमसे आजकल,
ना हाल पुछती तुम्हारा,
ना अपना कुछ हाल बताती,
तो दिमाग कहता हैं,
कुछ तो मजबुरियां होंगी उसकी,
वरना तकलीफ में देखकर तुम्हें,
आँखों से आंसू निकलते थे उनके।
