रुठे हैं
रुठे हैं
1 min
117
रुठे हैं, तो रुठे रहे हमसे,
अब कोई शिकवा
ना हम करेंगे,
महसूस होगी जब
ग़लती तुम्हें तुम्हारी,
तो वापस आ जाना,
हम वही मिलेंगे,
जहाँ तुमने छोड़ा था...