करवा चौथ
करवा चौथ
सुन लो सभी करवा चौथ व्रत की बात
जिसमें छिपा हुआ है पति की लम्बी उम्र का राज।
करवा चौथ के व्रत का भी अजीब जादू है,
साल भर पति रहता काबू है,
कहते हैं पति की लम्बी उम्र छिपी इसके अन्दर,
तभी तो नाचता जीवन भर बन के बंदर।
आज सुबह ज्यों ही मेरी आंख खुली,
पत्नी बड़े प्यार से बोली,
जानू कैसे हो कैसी कटी आज की रात,
हैरान होकर मैंने सोचा, गलती से कर रही है मुझ से इतनी प्यार से बात,
मैं भी पूछ बैठा, प्रिय क्यों आज मैं तुमको याद आया,
बड़ी मीठी धुन से बोली करवा चौथ का व्रत जो आया,
सुनते ही लगा मुझे ऐसा करंट, मानो निकला है मेरा कोई वारंट,
मैंने दिल में ही अपने आप को समझाया,
कह दिया कोई बात नहीं करवा चौथ का व्रत आया,
सोचा पूरा साल सुनता रहता हूं तरह तरह के ताने,
कैसा सुन्दर मुहूर्त है आज तो हर बात मेरी माने।
मुझे लाड से जानू कहती कभी कहती पति देव,
खुद कुछ खाती नहीं मुझे दे काट काट के सेब।
ज्यों ही शाम होने को आई, उसने मुझे सुन्दर साड़ी दिखाई,
मुझे भी गिफ्ट में ले दो ऐसी ही साड़ी,
जब से शादी हुई आप से किस्मत जल गई हमारी।
चूड़ियां बिंदी खुद खरीद लूंगी आप ले आना साथ में सोना,
मैं भी डरता हिलायी गर्दन, साथ में आए मुझको रोना,
देर रात को जब चांद नजर न आया,
कभी दौड़े अन्दर बाहर, कई बार छत पे चढ़ाया।
दौड़ दौड़ के हो गया जब परेशान,
हाथ जोड़े चांद को कह के तू ही मेरी मान।
थोड़ी देर के बाद चांद ने मुंह दिखलाया,
मैंने भी बड़े प्यार से पानी उसे पिलाया,
सोचा आज मेरा दिन है कर रही है चाव,
कल मुझे कौन पूछेगा जब जाऊंगा जाव।
खाना खाते ही चढ़ गया उसका पारा,
भूल गया सब कुछ उसको, भूखा ही सो गया पति बेचारा।
कहे सुदर्शन करवा चौथ का व्रत साल में एक बार ही होता,
पति बेचारा यही सोच सोच कर साल भर नहीं सोता।
सारे पति लम्बी उम्र का सोचो यही उपाय,
विनती करके कहो भगवान से यह सौ साल में एक बार ही आये।