" कृष्णा को याद करता हूँ "
" कृष्णा को याद करता हूँ "
जब जब कृष्णा को याद करता हूँ,
हृदय को भी मैं शांत करता हूँ,
गोकुल के कृष्णा नौटंकी करता था,
गोपियों के मक्खन को चुराकर खाता था,
तेरे शरणों में कान्हा मुझे ले ले,
मेरे दुखों को तू दूर कर दे,
हृदय में बसाकर स्मरण करता हूँ,
कन्हैया के साथ राधे राधे बोलता हूँ,
जब जब कृष्णा को याद करता हूँ,
हृदय को भी मैं शांत करता हूँ,
गोकुल के कृष्णा की याद पुरानी,
गोपियों के संग खेले रास दीवानी,
जब जब कृष्णा को याद करता हूँ,
हृदय को भी मैं शांत करता हूँ,
• फिल्म- फागुन
इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया, हाँ, इक...
कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों में आँसू दे गया