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Dr.Shree Prakash Yadav

Tragedy

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Dr.Shree Prakash Yadav

Tragedy

कोरोना कहर

कोरोना कहर

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कोरोना कहर

से चतुर्दिक

हाहाकार,

जान है तो जहान है

की हुँकार,

कोरोना वार से क्या.....?

वैश्विक परिवर्तन की आहट है !

या

प्राकृतिक इंसाफ है

या यूं कहें कि

अहंकारी मनुष्यों पर अभिशाप है

नैसर्गिक ताज है।


ताज-रुसी या लैटिन भाषा में कोरोना है। उक्त कविता में कोरोना के अर्थ में ग्रहण करें।


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