कोरोना कहर
कोरोना कहर
कोरोना कहर
से चतुर्दिक
हाहाकार,
जान है तो जहान है
की हुँकार,
कोरोना वार से क्या.....?
वैश्विक परिवर्तन की आहट है !
या
प्राकृतिक इंसाफ है
या यूं कहें कि
अहंकारी मनुष्यों पर अभिशाप है
नैसर्गिक ताज है।
ताज-रुसी या लैटिन भाषा में कोरोना है। उक्त कविता में कोरोना के अर्थ में ग्रहण करें।
