कोरोना अंताक्षरी
कोरोना अंताक्षरी
बैठे- बैठे क्या करे, बचा ना कोई लॉकडाउन में काम,
कोरोना का भगायें डर, लेकर प्रभु का नाम।
आओ- आओ खेलते कोरोना अंताक्षरी ,
लेकर कोरोना की प्रचलित शब्दावली।
जो जीतेगा कोरोना अंताक्षरी ,
वही पायेंगा घर काम से लॉकडाउन मुक्ती।
पती-पत्नी में शुरु हुई कोरोना अंताक्षरी ,
पहिले पत्नी पहुंची सेल्फ आइसोलेशन,
और पति हुयें बाल्कनी में क्वारंटाईन।
जब पति के नहीं हुयें प्राप्त कोई थर्मल सिगनल,
पत्नी ने की पहल, ऑपरेशन कोरोना परिक्षण।
करके हर कमरे की थर्मल स्क्रीनिंग,
किसी कमरे से नहीं मिला कोई सिगनल।
तब रुख किया बॉलकनी की और,
जहां से मिल रहे थे ओवर लैपिंग सिगनल।
जैसे ही आगे बढ़ी, क्वारंटाईन पति हुआ पॉजिटिव,
हैरान हुई कैसे नेगेटिव मरीज हुआ पॉजिटिव।
मेरे होते हुये , पत्नी ने दी पति को कोरोना इंफॉरमेशन,
आप नहीं कर सकते ग्रीनजोन के बाहर आक्रमण।
वर्ना पूरे परिवार बनेगा हॉटस्पॉट,
ग्रीनजोन में फैल जायेगा रेडजोन जैसा संक्रमण।
पति ने परिस्थिति का करके आकलन,
तुरंत हो के अनुरक्षित करके पालन सोशल डिस्टेंसिंग।
इस वायरस को नहीं बनाना कॉनफर्म्ड केस,
वर्ना खाने पड़ेगी रोज हाईड्रोक्सी क्लोरोक्वीन।
घर में किसी कमरे नहीं था कोई हॉट्स्पॉट,
पूरा घर और परिवार था ग्रीन जोन।
कैसे बना अचानक ग्रीन से ओरेंज जोन,
ग्रीन से ओरेंज , ओरेंज जोन से रेड जोन।
पत्नी ने बालकनी को घोषित किया कंटेंटमेंट जोन,
कर दी बालकनी की खिड़कियाँ -दरवाजा सील बंद।
चढ़ गये खिड़की –दरवाजे पर एन-95 मास्क,
प्रशासन नहीं लेगा कोई अतिरिक्त रिस्क।
अपने गलती पर पति हुआ सेनेटाईज,
रोकना है मुझे कम्युनिटी ट्रांसमिशन।
बढ़ानी है इम्यूनिटी होकर सेल्फ लॉकडाउन,
अभी नहीं मिलेगी कोई कोरोना वैक्सीन।
ये कोरोना संक्रमण करेगा भयंकर रीअक्शन,
पति की हुईं कोरोना अंताक्षरी में हार।
सोचने लगा आगे कैसा होगा मेरा बेडा पार,
तभी समझ में आया, बनना उसे है आत्मनिर्भर।
जब मैं बनूँगा आत्मनिर्भर,
तभी तो देश होगा मेरे साथ आत्मनिर्भर।
आत्मनिर्भरता ही से होगा उसका लॉकडाउन से बेड़ा पार,
पति ने स्वीकारा कोरोना अंताक्षरी अपनी हार।
हो गई एक ही भूल मेरे यार,
और पत्नी से जताने लगा बेशुमार प्यार।