लालाजी और बीमारी
लालाजी और बीमारी
आधे तीतर आधे बटेर ने लालाजी का किया बुरा हाल
किस्सा-ए-‘वेद’ ये तब का हैं जब वे हुए बहुत बीमार'
कंजूसी की आदत के मारे लालाजी ने दावत उड़ाई
बासी खाना खाकर उन्होंने अपनी तोंद फुलाई'
असर ऐसा हुआ दावत का लालाजी हुए बेहोश
एक डॉक्टर था सिरहाने जब उनको आया होश,
डॉक्टर कम वो फकीर था ज्यादा झाड़ फूंक करने लगा
जड़ी बूटियों को पीसकर कुछ जतन करने लगा,
देखकर उसके रंग-ढंग लालाजी को चढ़ा बुखार
लेकिन पैसों का सोच कर पी गए कड़वा क्वाथ,
फिर उन्हें आए चक्कर औऱ जान पर बन आई
जड़ी बूटी के फेर में विषबेल थी उन्हें खिलाई,
तब पैसों का मोह छोड़ वो गए अस्पताल
जान बचाकर आये वो करते कदमताल,
जानवरों का डॉक्टर था जो घर पर था आया
आधा तीतर आधा बटेर ने जीवन पर संकट लाया।
