हिंदुस्तान में हिंदी
हिंदुस्तान में हिंदी
हिंदुस्तान में हो गया, हिंदी का यह हाल,
हिंदी मास मनाएं हम, बिन चूके हर साल।
हिंदी का स्मरण हो, वर्ष में बस एक माह,
बाकी पूरे वर्ष भर, हिंदी भरती आह।
अंग्रेजी का हो रहा, ऐसा भूत सवार,
संडे संडे सब कहे, भूल गए रविवार।
अब बाबूजी मर गए, और जिंदा हो गए डैड,
आत्मीयता भी हो गई, अंग्रेजी में कैद।
जो बोले हिंदी यहां, समझे उसको हीन,
अंग्रेजी के सामने, हिंदी की तौहीन।
माना अच्छी बात है, हर भाषा का ज्ञान,
किंतु कहां तक उचित है, हिंदी का अपमान।
हिंदी के उपयोग में, क्यों इतना संकोच,
किस भाषा में पाओगे, हिंदी जैसा लोच।
हिंदी तो बन कर रहे, हर भाषा का ताज,
और हमने इसे कर दिया, परिचय का मोहताज।
क्यों यह हिंदी दिवस है, और क्यों है हिंदी मास,
क्या हिंदी का रहेगा, बस इतना इतिहास।
हिंदी में बातें करें, हिंदी में करें काम,
तब ही हिंदी पाएगी, सम्मानित पहचान।