यह बात किसी ने बताई नहीं
यह बात किसी ने बताई नहीं
यह बात किसी ने बताई नहीं
और मां ने भी समझाई नहीं
बीन क्यों बजाते हैं लोग
जब सांप को देता सुनाई नहीं
भालु के इतने लंबे बाल क्यों हैं
क्या जंगल में कोई नाई नहीं
जोकर इतना रंगीला क्यों है
क्या उससे भी होती सफाई नहीं
यह बात किसी ने बताई नहीं
और मां ने भी समझाई नहीं
महंगा है अगर मक्खन तो
क्यों लगाते मलाई नहीं
क्यों जान खा कर कहता है
मैं भाई हुं कसाई नहीं
क्यों मेकअप खराब करते हैं
क्या रोए बिना होती विदाई नहीं
भाभी के पति भाई है अगर तो
>क्यों जीजू की पत्नी जिजाई नहीं
यह बात किसी ने बताई नहीं
और मां ने भी समझाई नहीं
मटर पनीर में बस पनीर कम
क्या मटर में महंगाई नहीं
मास्टर जी समझा करो ना
अब बच्चों से होती पढ़ाई नहीं
स्मार्ट फोन तो डब्बा है
अगर घर में वाई फाई नहीं
बचपन बेकार है तुम्हारा अगर
तुम ने खेला छुपन छुपाई नहीं
तुम बच्चे शरीफ हो अगर
दुध के लिए मां ने दौड़ लगाई नहीं
सोचो ज़रा बच्चों सोचो ना
सोच पर तो लगाम लगाई नहीं
क्यों यह बात किसी ने बताई नहीं
और मां ने भी समझाई नहीं।