आयी है आयी होली आयी के माने नहीं मेरा ये जियरा। आयी है आयी होली आयी के माने नहीं मेरा ये जियरा।
कहना तो बहुत है, शब्द ही कम पड़ गए, तुम वो भी समझना जो हम कह न पाए। कहना तो बहुत है, शब्द ही कम पड़ गए, तुम वो भी समझना जो हम कह न पाए।
हँस-हँस कर होती थीं कभी लोट-पोट।देवरानी - जिठानी में पड़ गई अब खोट। हँस-हँस कर होती थीं कभी लोट-पोट।देवरानी - जिठानी में पड़ गई अब खोट।
जब बहनें अपने घर जाती चुपके आँखो से नीर बहाता, वह भाई कहलाता। जब बहनें अपने घर जाती चुपके आँखो से नीर बहाता, वह भाई कहलाता।
तब हौसलों का मरहम लगा कर जीने का उत्साह भर देना, तब हौसलों का मरहम लगा कर जीने का उत्साह भर देना,
रोज ही आशीष मिलता था चरण छूए बिना अब नमस्ते का न उत्तर आ गये परदेश में। रोज ही आशीष मिलता था चरण छूए बिना अब नमस्ते का न उत्तर आ गये परदेश में।