जर्जर शरीर माँ का, गमों से टूटने लगा, आँसू ना रुके आँखों से, जब बेटा रूठने लगा। जर्जर शरीर माँ का, गमों से टूटने लगा, आँसू ना रुके आँखों से, जब बेटा रूठने लग...
सच झूठ के इस खेल में अपने ईमान का मान रख लेना। सच झूठ के इस खेल में अपने ईमान का मान रख लेना।
हमसे नेह लगा के सइया तकला ना दुबारा। हमसे नेह लगा के सइया तकला ना दुबारा।
डोली छोड़ जाये तो आंसू छलक जाये। डोली छोड़ जाये तो आंसू छलक जाये।
पिया परदेश में है ए सखी उनको मनाऊँगी। पिया परदेश में है ए सखी उनको मनाऊँगी।
मिल जाए सुकून माँ के आंचल से दूर, इसी की उम्मीद, इसी की आस कर रहे हैं. मिल जाए सुकून माँ के आंचल से दूर, इसी की उम्मीद, इसी की आस कर रहे हैं.