जा तो सकते थे वो भी हर जगह रुकने की आखिर तुम ही तो थे वजह। जा तो सकते थे वो भी हर जगह रुकने की आखिर तुम ही तो थे वजह।
हँस-हँस कर होती थीं कभी लोट-पोट।देवरानी - जिठानी में पड़ गई अब खोट। हँस-हँस कर होती थीं कभी लोट-पोट।देवरानी - जिठानी में पड़ गई अब खोट।
'कभी तो चक ले उमीदो कि अचार को , कभी तो देख ले बंद आँखों के वो स्वप्न।' एक आशिक की उमीदो से भरी कवित... 'कभी तो चक ले उमीदो कि अचार को , कभी तो देख ले बंद आँखों के वो स्वप्न।' एक आशिक ...
मुझे सूखी रोटी मंज़ूर,मैं सब्जी अच़ार नहीं जानता। मुझे सूखी रोटी मंज़ूर,मैं सब्जी अच़ार नहीं जानता।
ऑंवले का मुरब्बा ऑंवले का अचार, काम की क्या कमी है मैं अकेली कहॉं हूँ। ऑंवले का मुरब्बा ऑंवले का अचार, काम की क्या कमी है मैं अकेली कहॉं हूँ।
करेला है करेला है , कड़वा कड़वा करेला है। करेला है करेला है , कड़वा कड़वा करेला है।