मगर आँखों में झूठ की काली पट्टी, उन्हें सब काला ही दिखाती है मगर आँखों में झूठ की काली पट्टी, उन्हें सब काला ही दिखाती है
जब तक खामोश था सब को भाता रहा! जब तक खामोश था सब को भाता रहा!
दादा के संग अखबार बाँचते पापा बेटे का खिलौना भी पकड़े हुए हैं दादा के संग अखबार बाँचते पापा बेटे का खिलौना भी पकड़े हुए हैं
आखिर कितने वार झेल पायेगा एक बुझती सी सांसों के पुलिन्दे का रेला। आखिर कितने वार झेल पायेगा एक बुझती सी सांसों के पुलिन्दे का रेला।
हूँ बहुत आभारी सभी जो मेरी निद्रा भग्न की कर दिया सतर स्तंभित जो पड़ी थी लोथ सी. हूँ बहुत आभारी सभी जो मेरी निद्रा भग्न की कर दिया सतर स्तंभित जो पड़ी थी लोथ स...
हमने किया है, प्रकृति का शोषण, माँ पृथ्वी के आशीर्वाद, का दोहन...! हमने किया है, प्रकृति का शोषण, माँ पृथ्वी के आशीर्वाद, का दोहन...!