भाई
भाई
बहनों के संग जो आँगन खेले
वह भाई कहलाता।
पापा जैसा रौब जमाये
वह भाई कहलाता।
करे शरारत और मुस्काये वह,
भाई कहलाता।
भाईदूज और रश्चाबंधन पर
बहनों की आशीषें पाता
वह भाई कहलाता।
बहनों की गलती को छुपाता,
वह भाई कहलाता।
कितना भी पिट जाये बहनों से
फिर भी प्यार लुटाता
वह भाई कहलाता।
बहनों की हर उलझन सुलझाता
वह भाई कहलाता।
नये नये उपहार है लाता
वह भाई कहलाता।
बहनों के नखरे भाभी के लफड़े
सह कर मुस्काता,
वह भाई कहलाता।
अंदर की हर बात छुपाता
वह भाई कहलाता।
ननद भाभी की कड़ी बन जाता
वह भाई कहलाता।
बहना की उलझन सुलझाता
वह भाई कहलाता।
बहनें जब भी पीहर आती
मनचाहा वह प्यार लुटाता,
वह भाई कहलाता।
जब बहनें अपने घर जाती
चुपके आँखो से नीर बहाता,
वह भाई कहलाता।