जब बहनें अपने घर जाती चुपके आँखो से नीर बहाता, वह भाई कहलाता। जब बहनें अपने घर जाती चुपके आँखो से नीर बहाता, वह भाई कहलाता।
मनचाहा सा सब पा लेना न अपने पराये का जिक्र मनचाहा सा सब पा लेना न अपने पराये का जिक्र
हर रोज़ मिलती है खुशगवार ज़िन्दगी यहां और, कल का बाकी, पूरा करने में, आज निकल जाती है। हर रोज़ मिलती है खुशगवार ज़िन्दगी यहां और, कल का बाकी, पूरा करने में, आज निकल ज...