जिंदगी
जिंदगी
कभी कभी उदासी की
आग है जिंदगी
कभी कभी खुशियों का
बाग हैं जिंदगी।
हँसता और रुलाता
राग है जिंदगी
कड़वे और मीठे अनुभवों
का स्वाद है जिंदगी।
पर अंत में तो
अपने किये हुए कर्मो का
हिसाब है जिंदगी !
कभी कभी उदासी की
आग है जिंदगी
कभी कभी खुशियों का
बाग हैं जिंदगी।
हँसता और रुलाता
राग है जिंदगी
कड़वे और मीठे अनुभवों
का स्वाद है जिंदगी।
पर अंत में तो
अपने किये हुए कर्मो का
हिसाब है जिंदगी !