STORYMIRROR

Shyam Kunvar Bharti

Romance

2  

Shyam Kunvar Bharti

Romance

कइसे करब हम दिलवा के बात। ...

कइसे करब हम दिलवा के बात। ...

1 min
280


मोबाइल मोबाइल सुनत रहली

मोबाइलो ना दिहला हमरे सईया

कइसे करब हम दिलवा के बात

हमरे सईया जी

बिदाइ कराईके चली गईला परदेशवा

जबसे तू गईला भेजला ना एकहू संदेशवा

तड़पिला हमहू घरवा दिन औउरी रात

हमरे सईया जी

कइसे करब हम दिलवा के बात ,हमरे सईया जी

छोटकी ननदियारोज मोबाइल चमकावेले

हमके दिखाई अपने सईया हंसी हंसी बतियावेले

उनकर चलनिया हमके तनको न सुहात

हमरे सईया जी |

कइसे करब हम दिलवा के बात ,हमरे सईया जी

छोटका देवरा सईया बाड़े बड़ा ऊतपाती

छोड़िके पढ़ाई उ त करे मोबाईले से बाती

बाओले बतियावे टोहसे तड़पी हम आज

हमरे सईया जी

कइसे करब हम दिलवा के बात ,हमरे सईया जी

संग के सहेलिया हमरो भेजेली खूब संदेसवा सगरो

कूरियर से भेजा मोबाइल मनवा जुड़ाइत हमरो

बतियाईब खूब तोहसे संगवा बतियाइब हित नाथ

हमरे सईया जी

कइसे करब हम दिलवा के बात जी.


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance