किनारा
किनारा
मत कर इतनी मोहब्बत तू उससे
पगले खाम - खाई मारा जायेगा
तू तो ऐसा जुड़ा अब उससे
ख़ुद ही खुद का क़त्ल कर जायेगा
छोटा सा दिल है बेटा तेरा
टूटकर ये तो बेचारा सा हो जायेगा
ना डूब तू उसकी मदहोशी में ऐसा
जिससे तू बेसहारा सा हो जायेगा
ना मिलेगी तुझको उसकी मंज़िल
क्योंकि वो तेरी हर राह से किनारा कर जायेगा
मत चूर हो तू उसकी मोहब्बत में ऐसे
अरे खुद को पगला कर जायेगा
ना खेल तू उसके धोखे वाली गोली से
क्या खुद का जिगर छलनी कर जायेगा
कुछ लोग नसीबों से मिलते है
तेरी कोई गलती नहीं जो वो तुझसे जुड़ ना पाया
अब तो वो तेरे बिन बदनसीब सा हो जायेगा
करने लगेगा वो खुद को इस कदर बर्बाद
ना ढूंढे से भी अपने निशां पायेगा
वो क्या किनारा करेगा तुझसे वो तो
खुद तेरे इश्क़ ए समंदर में डूब जायेगा
मत छा तू उसका अपने पे सरूर इतना
अरे खुद का गरूर मिटा जायेगा
वो तेरा हुआ नहीं तो किसका हुआ
ये फैसला तू नहीं तो कौन कर पायेगा
जाना पड़ेगा उसके लिए तुझको बंदगी करने
क्या पता दुआ करने पर तुझको वो मिल जायेगा
ऐसा कभी हुआ नहीं कभी पहले भी
जो सच्चे मन से चाहने वालों को ना मिल पाया
अरे सब्र रख मेरे बेटा वो भी तो इंसान है
अच्छा - बुरा परखने में तो ही उसने ये समय लगाया
कोई किनारा नहीं कर सकता उससे जिसने
सच्चे मन से श्री कृष्ण संग प्यार में अपना मन बसाया।