ख्वाब हकीकत
ख्वाब हकीकत
नीद से जागे ख्वाब टूटा नीद से जागे
ख्वाब कि ख्वाहिश आम हुई।
जन्नत की परी सहजादी
तमाम मुरादों अरमानों की
जमीं आसमा जिन्दगी के नाम हुई।
कभी सोचता दुनिया में,
चाहत कि मुश्किल जिंदगी।
तकदीर कहूँ या चाहतों का जुनून,
चाहत की मल्लिका दिल जज्बे के नाम हुई !
बेचैन जिंदगी के अंधेरों में रौशन
हकीकत चाँद जिंदगी नाज़ हुई।
चंदन सा बदन चंचल चितवन लम्हा लम्हा
रस रस्वनती रकक्षान्दा रसधार हुई।
कभी काश अब पास रब रहीम
करम करीम कि किस्मत साथ हुई।
दुनिया को रस्क मेरी तकदीर के तरन्नुम
तराने पे जमनें के अश्क की
शबनम आज जहाँ कि नाज़ हुई।
दुआओं का असर कहूँ या दोस्ती रिश्तों के
नेक इरादों इबादत का असर बचपन की
परी साँसे धड़कन जनम जान हुई।
गीतों, गज़ल की तबीयत तासीर कव्वाली
की खुश्बू खास, जिन्दगी की संगीत साज
मन मीत गीत जज्बात हमसफर हमराज़ हुई।
बहारों कि वारिस, सावन कि प्यासी कली
मधुवन कि फूलों कि खुश्बू बहारों में फूलों
कि फुहार जिंदगी का चमन बहार हुई !
जिंदगी का नशा मस्ती कि हस्ती सागर की
सुराही पैमाना मधुबन, मधुशाला, मैखाना इश्क,
हुस्न मोहब्बत जिंदगी के सुबह शाम हुई !

