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PRADYUMNA AROTHIYA

Abstract Drama Tragedy

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PRADYUMNA AROTHIYA

Abstract Drama Tragedy

खुशियों की बरसात का मौसम

खुशियों की बरसात का मौसम

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वक़्त कैसे गुजर गया ?

उन ठंडी हवाओं ने

रुख कैसे मोड़ लिया ?


मैं गुजरा हर गली से

मगर वो बचपन कैसे रुठ गया ?

यादों का साया

वक़्त की तेज गर्म लपटों में

वहीं का वहीं कैसे सूख गया ?


बरसात का मौसम कब आया

और कब लौट गया

एक बूँद की प्यास में

अपना संसार कैसे बदल गया ?

हर रंग जैसे काजल में डूबा

बेरुखी लिए दर से 

खुशियों की बरसात का मौसम कैसे लौट गया ?


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