खुशियां बच्चों की।
खुशियां बच्चों की।
बेशक भोली सी शक्ल के ये बच्चे,
बहुत ही शरारती होते हैं,
पर उन्हें उनकी पसंद की चीजों को करने का मौका,
अपनी इच्छाएं को उन पर न थोपने की आजादी दो,
मत छीनो उनकी वो चंचलता,
उन्हें पेड़ की भांति खुद विकसित होने दो,
बेशक माली की भांति समय समय पर सींचो,
पर उन्हें खुद आगे बढ़ने की हिम्मत दो,
उन्हें खेल खेल में आगे बढ़ने दो,
थोड़ी सी शरारतें करने दो,
कुछ गलतियां कर आगे बढ़ने दो,
मत छीनो उनसे यह बचपन,
उनको स्वयं अपनी उड़ान भरने दो।