पीला .. हमेशा सकारात्मक सोचो...
पीला .. हमेशा सकारात्मक सोचो...
विकलांग शरीर से हूं मन से नहीं.....
हाथ न होकर भी करते खुद से सारा काम है,
क्योंकि हमारे बेशक हाथ नहीं पर हिम्मत बरकरार है,
आंखों में जो देखा है सपना पूरा करेंगे,
बेशक हाथ न सही तो क्या, पैरों में अभी भी जान है,
आंखें सलामत हैं और हौसला है बुलंद,
ठान लिया मन में कि कमजोरी को बनाएंगे ढाल हम,
और कर दिखाएंगे ऐसा जो न सोचा कभी किसी ने,
हाथ न होकर भी सपनों की उड़ान भरेंगे,
और हर कार्य को सफल बनाएंगे,
बेशक थोड़ी मुश्किल होगी पर हार नहीं मानेंगे,
क्या हुआ अगर हमें बनाया भगवान ने ऐसा,
शायद कुछ सोचा होगा उन्होंने भी हमारे लिए,
क्यों अफसोस करें,
क्या जिनके हाथ नहीं होते वो काम नहीं करते?
काम करने के लिए हाथ से ज्यादा व्यक्ति का मन दृढ़ होना चाहिए,
क्योंकि जिसमें काबिलियत होती है वो बंजर पड़ी जमीन में भी
महल बना सकता है,
बस उसे खुद पर विश्वास होना चाहिए,
क्योंकि न कोई कभी किसी के साथ है न रहेगा,
सबको अकेले ही अपने लिए खड़ा रहना होगा।