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Jai Singh(Jai)

Tragedy Action

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Jai Singh(Jai)

Tragedy Action

" खुशी की उम्मीद करता "

" खुशी की उम्मीद करता "

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खुशी की उम्मीद करता, मनुष्य आगे बढ़ता

मार  जाता  रोग दोष, कदम पीछे धरता

कदम पीछे धरता, खूब देखा दृश्य खाली

बहुत हुआ भ्रमित , बजाता चम्मच थाली

मूक बधिर रब बना, हार गए काजी बख्शी

बंद हुए संस्थान, उम्मीद करता नर खुशी



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