Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

aazam nayyar

Abstract Tragedy Inspirational

4.2  

aazam nayyar

Abstract Tragedy Inspirational

ख़ामोश लब मेरे गांव में

ख़ामोश लब मेरे गांव में

1 min
250


नीम का था पेड़ मेरे गांव में! 

दोस्तों के साथ खेला करते थे 


शहर के ही लोगों में उल्फ़त नहीं 

प्यार है लोगों में मेरे गांव में 


यादें बचपन की फ़िर ताजा हो गयी 

हां लगे है झूलें मेरे गांव में 


खेला करते थे गुल्ली डंडा जहां

आज भी है बाग मेरे गांव में


इसलिये है प्यार की ख़ुशबू यहां 

है गुलों के बाग मेरे गांव में 


शहर में है नफ़रतों के लहजे  

प्यार है बस "आज़म" मेरे गांव में


ख़ामोश लब 


हर घड़ी अच्छी नहीं ख़ामोश लब 

कुछ बोलो मत रहो ख़ामोश लब  


प्यार से आवाज़ देते हम रहे 

और वो बैठे रहे ख़ामोश लब 


जख़्म ऐसा कल वफ़ा में ही मिला 

ग़म दिल में ही हो गये ख़ामोश लब 


क्या सुनाऊँ शायरी मैं दोस्तों 

है किसी की यादों में ख़ामोश लब 


एक भी बोली नहीं उसने बातें 

देखते वो बस रहे ख़ामोश लब 


ग़म मिले तो अपनों से ऐसे यहां 

जिंदगी "आज़म" भरी ख़ामोश लब

आज़म नैय्यर 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract