#खामोशी#आखरी मैसेज
#खामोशी#आखरी मैसेज
खामोशी की जरूरत हे क्या?
क्या मेरा तुमसे , तेरा मुझसे...
बात करना गलत हे क्या?
सांसों के तानों बानों का ठिकाना नहीं...
मुलाकातें हो ये ज़रूरी नहीं।
तुमसे तुमको कभी मांगा तो नहीं...
और शायद इसकी जरूरत भी नहीं।
कुछ सवाल हे मेरे तुमसे
एक बार माना कर दो....
की तुम दे सकते उन सवालों के जवाब नहीं...
फिर कोई सवाल रहेगा ही नहीं।
मगर ये मत सोचना यार
तेरी खामोशी से...
होता मुझको दर्द नहीं।
तुम्हें पसंद करती हूं ...
लेकिन चाहती कभी तुम्हारा बुरा नहीं।
ये आखिरी मैसेज होगा मेरा
परेशानी होती हैं तुम्हें ....
तो फिर कभी करूंगी नहीं।
मेरे best wishesh हमेशा
दूर से ही सही तुम्हारे साथ रहेंगे,
चाहें मैं तुम्हारी दुआओं में शामिल रहूं या नहीं।