कदम सफलता चूमेगी।
कदम सफलता चूमेगी।
असफलता के झूठे भ्रम से, जो नहीं कदम बढ़ाते हैं।
ये भी सच है बैठे-बैठे, मंजिल भी नहीं पाते हैं।।
ठोकर से डरता तेनसिंह तो चढ़ता नहीं हिमालय में।
मेहनत और विश्वास से, पत्थर पुजता है देवालय में।।
ख्वाबों में खोए रहने से, स्वप्न साकार नहीं हो पाते हैं।
बिना लक्ष्य की किश्ती वाले सागर में हिलोरें खाते हैं।।
आलस एक मीठा शत्रु है, किसी को मौका नहीं देता।
मित्र लगन है सर्वोत्तम, किसी को धोखा नहीं देता।।
निज निर्णय, अवसर की, पहचान सुनिश्चत करना सीखो।
चिन्ता, शंका निन्दा त्यागो, परहित में मरना सीखो।
कदम सफलता चूमेगी, खुद को समझो खुद को जानो।
'उल्लास' भरेगा जीवन में, समय की ताक़त पहचानो।।