कभी इस पर भी लिखिए
कभी इस पर भी लिखिए
अगर विकास पर है लिखना तो...
अपने हिंदुस्तान पर लिखिए !
यहाँ हर शख्स के दिल और टूटे हुए हैं...
अरमान, तो उन पर लिखिए !
सच्ची मुहब्बत के लिए मीराबाई के...
उस त्याग व बलिदान पर लिखिए !
ज़रा सा शंकर जी तो ज़रा सा भी ...
सुकरात के विषपान पर भी लिखिए !
सारा गरल पीने लगा है आज आदमी...
उनकी मजबूरियों व महानता पर लिखिए !
अगर लिखना इतना ही जरूरी है तो...
अपनी बिलखती हुई जान पर लिखिए !
जो अपना दुश्मन मुल्क और संसार है...
उनके अस्तित्व की बुराई भी लिखिए !
अब आप बहुत लिखक़र चर्चा कर चुके...
कभी तो अख़बार का कालम किसी इंसान पर लिखिए !
