काशी
काशी
काश काश की सोच विचार में
काशी को ही खोज रही हूं
मुश्किल नहीं है मुंबई से काशी का सफर
पर काशी मुझे बुलाए यही सोच रही हूं
बहुत कुछ है काशी में जानती नहीं
पर जानना मालूम पड़ता है
बहुत शोर है बनारस में पर
काशी हमेशा से शांत रहता है
एक पहेली काशी जो सुलझाते सुलझाते
सब कुछ उलझता जा रहा है
इंसान तो फंसा हुआ है मोह माया में
सुन ही नहीं पाता कि काशी बुला रहा है
अशांत मन में शांति भर दे
यह सब काशी की ही माया है
जीते जी स्वर्ग दिखाता है काशी
और मरने के बाद स्वर्ग दिलाया है
हर सवाल का जवाब काशी
हर समस्या का समाधान काशी
जो मन से निकले वो आवाज काशी
जिस पर कर सको वो विश्वास काशी
जन्मों जन्मों की तलाश काशी
अंत से आरंभ तक है साथ काशी