ज्योतिबा फुले की शिक्षा
ज्योतिबा फुले की शिक्षा
शिक्षा को बना दिया था, एक तलवार
अशिक्षा थी न, जिन्हें बिल्कुल स्वीकार
महात्मा ज्योतिबा फुले थे, वो शिल्पकार
पत्थर से समाज से निकाल दी जलधार
पिछड़ो पर उन्होंने किया, बहुत उपकार
अशिक्षा पर उन्होंने किया, तगड़ा प्रहार
एक रोटी कम खाओ, पढ़ाओ बच्चो को
ऐसे पावन थे, उनके हृदय के उदगार
जिन्होंने ग्रहण किया, उनका व्यवहार
वो बने शूलों बीच महकते हुए, गुलजार
आओ पढ़े;पढ़ाये, होगा समाज उद्धार
शिक्षा होता है, एक ऐसा पावन आचार
पढ़ने-पढ़नेवालों दोनो का करे, कल्याण
अशिक्षा दुनिया का सबसे बड़ा विकार
शिक्षा से बढ़कर नही है, कोई हथियार
जहां शिक्षा, वहां पर ही है, सृजन, संहार
शिक्षा वो है, अपृश्यता का करे, बहिष्कार
जैसा ज्योतिबा फुले जी ने किया, चमत्कार
व्यवहारिक शिक्षा का फैलाया था, प्रकाश
समाज से मिटाया था, छुआछूत अंधकार।