जय हो शिक्षकगण
जय हो शिक्षकगण
शिरोधार्य शिक्षक का जीवन
क्षमाशील भी होते हैं।
कर्मठता पहचान है जिनकी
शिक्षक ऐसे होते हैं।
जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण।।
सत्य अहिंसा देश प्रेम का
भाव भरा भरपूर रहे।
रत हों कर्मक्षेत्र में हरपल
आलस हमसे दूर रहे।
ऐसा पाठ पढाते सबको,
देशभक्त वे होते हैं।
कर्मठता पहचान है जिनकी
शिक्षक ऐसे होते हैं।
जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण।।
कभी उदासी न हो मन में
यह जीवन खुशह
ाल रहे।
फूलों की प्यारी सी बगिया
दुनिया में आबाद रहे।।
धन्यवाद है शिक्षकगण को,
सद्प्रेरक जो होते हैं।
कर्मठता पहचान है जिनकी
शिक्षक ऐसे होते हैं।
जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण।।
प्रभु की कृपा सदा हो हम पर
माता पिता का साथ हो।
गुरुजन के आशीष का
सिर पर सबके हाथ हो।
सदा कृपा बरसाते हम पर
बडे दयालु होते हैं।
कर्मठता पहचान है जिनकी
शिक्षक ऐसे होते हैं।
जय हो शिक्षकगण, जय हो शिक्षकगण।।