जुदाई
जुदाई
जुदाई को तेरी नसीब कर लिया//
यादों को तेरी क़रीब कर लिया//1
नहीं करते अब ख्वाहिश तेरी //
दिल को हमने ग़रीब कर लिया//२
ख़ुशियां सदा रहती नहीं टिक कर//
ग़मों को इसलिये हबीब कर लिया//3
चल कर अदल-ओ-इंसाफ के रास्ते//
ज़माने को अपना रक़ीब कर लिया//4
दवाओं से जब असर जाता रहा तो//
दुआओं को मैंने तबीब कर लिया//5
लगा के दिल ख़ुदा से तूने फ़हिमा//
रोशन अपना नसीब कर लिया//6

