जोकर
जोकर


अटपटे कपड़े पहनता है
अटपटी बाते और हरकतों से
दिल बहलाता है।
करना कुछ चाहता है
हो कुछ और जाता है।
खुद के ग़म छुपाता है
औरों को हँसाता है।
कभी कभी कुछ बुरा हो जाता है
वह निराश हो जाता है
मगर, शो मस्ट गो ऑन कहता है
और जोकर
सबको हँसाने हँसकर
आगे बढ़ जाता है।
हमारी जिंदगी भी जोकर जैसी है।
दिल में ग़म
लबों पर हँसी है।