जोड़ियां बनती आसमानों में
जोड़ियां बनती आसमानों में
प्यार क्या है हकीकत में कोई नहीं जानता,
कसमें वादे प्यार वफा नामों के मायने।
क्या हैं हकीकत में कोई नहीं जानता,
प्यार वो भी सच्चा सिर्फ पाने का नाम नहीं।
प्यार रब का दूसरा रुप मगर,
हकीकत में ये बात कोई नहीं मानता।
सच मानिए तो प्यार वही,
होता है जनाब बिलकुल सही।
जो सिर्फ लालच, क्रोध और वासना का,
बनता मरते दम तक कभी गुलाम नहीं।
सच्चा प्यार करना है तो शौक़ से कीजिए,
अपने माता-पिता और भाई-बहनों से करिए।
जोड़ियां बनती नहीं जमीं पर बनती ये आसमानों में,
और ये सीधी सी बात हम इंसान जानते-बूझते पर मानता कोई नही।