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मिली साहा

Abstract

4.9  

मिली साहा

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ज्ञान का सागर है गुरु

ज्ञान का सागर है गुरु

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अपने ज्ञान ज्योति से जीवन आलोकित कर देता है

देकर विद्या का दान हमारा जीवन सुखमय करता है

जीवन के घोर अंधेरों में प्रकाश बनकर जो आता है

ज्ञान का सागर है जिसमें वो सच्चा गुरु कहलाता है,

झूठ सच सही गलत की पहचान गुरु हमें कराता है

पग पग पर साथ निभाता गुरु सही मार्ग दिखाता है,

अपने ज्ञान के तेज से आभामंडित हमें जो करता है

ज्ञान का सागर है जिसमें वो सच्चा गुरु कहलाता है,

हमारे अंदर की खूबियों का एहसास हमें कराता है

गुमनामी के अंधेरों में गुरु पहचान हमारी बनाता है,

अनपढ़ मिट्टी को अपने ज्ञान से जो सोना बनाता है

ज्ञान का सागर है जिसमें वो सच्चा गुरु कहलाता है,

कलम की असली ताकत क्या है गुरु हमें बताता है

वर्ण शब्द और हर भाषा का ज्ञान गुरु हमें कराता है,

जीवन लक्ष्य को पाने का सही मार्ग जो बतलाता है

ज्ञान का सागर है जिसमें वो सच्चा गुरु कहलाता है,

दोष हमारे निकालकर सुदृढ़ व्यक्तित्व वो बनाता है

अपने मार्गदर्शन से हमें एक अच्छा इंसान बनाता है,

अपने इस संसार से परिचय हमारा जो करवाता है

ज्ञान का सागर है जिसमें वो सच्चा गुरु कहलाता है,

गुरु होता है सबसे महान देता है हमें विद्या का दान

विश्व केे समस्त गुरुओं को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम!


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