जंजीर कोरोना टूटेगा
जंजीर कोरोना टूटेगा
(१)
धैर्य हमारा परम मित्र है,
हमको रखना होगा,
बात चंद दिनों की प्यारे,
हमको सहना होगा,
बज्र बन धीरज शत्रु को,
जी भरकर कुटेगा,
जंजीर कोरोना टूटेगा।
(२)
काली रात बीत जाएगी,
धरती फिर मुस्काएगी,
फिर लौटेंगे वो दिन,
फिर नई रोशनी आएगी,
ख़ुशियों का सूरज फूटेगा,
जंजीर कोरोना टूटेगा।
(३)
छल कपटी है तू जान गए हैं,
असलियत पहचान गए हैं,
दिल पे चुभते तेरे बाण गए हैं,
कितनों के ही प्राण गए हैं,
बहुरूपिया कब तक लूटेगा,
जंजीर कोरोना टूटेगा।
(४)
अथक प्रयासों ने मान बढ़ाया है,
तुम को मिटा देने का अरमान बढ़ाया है,
सोशल डिस्टेंशिंग का पाठ पढ़ाया है,
नित पल हैं सजग तुमने ध्यान बढ़ाया है,
प्यार दिलों में जिंदा है ये ना रूठेगा,
जंजीर कोरोना टूटेगा।
(५)
वक्त वक्त की बात है,
अभी तो शुरुआत है,
दौड़ रहा तू अभी आगे,
दिन होगा अभी रात है,
जीवन होगा आगे तू पीछे छूटेगा,
जंजीर कोरोना टूटेगा।
