उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला जिसने कि हिंदी साहित्य जगत को अज्ञेय जैसे महान सहित्यकार दिये है।गौतम बुद्ध की यह नगरी सदियों से ही पूरे विश्व को सत्य,शांति और अहिंसा का सन्देश देती रही है।खुशकिस्मत समझता हूँ कि मैंने इस पावन नगरी में जन्म लिया।
"है यही आरजू की तुम्हारे खातिर ही जियूं,
की इस जहाँ... Read more
उत्तर प्रदेश का कुशीनगर जिला जिसने कि हिंदी साहित्य जगत को अज्ञेय जैसे महान सहित्यकार दिये है।गौतम बुद्ध की यह नगरी सदियों से ही पूरे विश्व को सत्य,शांति और अहिंसा का सन्देश देती रही है।खुशकिस्मत समझता हूँ कि मैंने इस पावन नगरी में जन्म लिया।
"है यही आरजू की तुम्हारे खातिर ही जियूं,
की इस जहाँ में तुम्हारे सिवा जीने की और कोई वजह नही है।"
Read less