जिंदगी तु है .. जिंदगी ये है
जिंदगी तु है .. जिंदगी ये है
जितना तुझे समझता,
उतना तू उलझ जाता !
हर कदम रुक रुक
कदम जब ठहर जाता !
तुझे मुड़ के हूँ देखता,
तू उतना दूर चला जाता !
जितना मैं तुझे खुदा कहता,
तू उतना ही रूठ जाता !
शिद्दत से इबादत है मेरे मन में,
मैं हर कदम काफ़िर बन जाता !
जब तलाशता किसी खाली पल में,
उसी वक्त मुझे अकेला कर जाता !
वक्त लगता इंतजार रहता हर मुकाम को पाने,
हर इंतजार के बाद बस मैं हाथ खाली रह जाता !
जिंदगी तू है .. जिंदगी ये है,
ना मैं समझता, बाकी सब समझा जाता !
