जिंदगी सयानी
जिंदगी सयानी
है अर्जी मेरी ले चल मुझे जहां मर्जी तेरी
मंजिल तेरी ही मंजिल मेरी ।
बस तू ही सांसों में मेरी
न रूठूं मैं न रूठे तू,
न बिखरें हम तुम कभी ।
न उलझन न वादे
बस प्यार की कड़ी से बंधे रहे हमारे इरादे।
रुक रुक कर न चले
चलती रहे हमारी जिंदगानी
अंखियों से बयां हो जिंदगी सयानी।

