जिंदगी के नाम अर्जी
जिंदगी के नाम अर्जी
सोचते है हम की जिंदगी के नाम एक अर्जी लिखे,
ऐ जिंदगी तुझसे हमने कभी कोई गिला कोई शिकवा शिकायत नही की,
फिर भी मेरे हिस्से में तू दर्द ज्यादा और खुशियां कम लाती है,
तमाम उम्र बीत गयी इस इन्तेजार में की चन्द खुशियां हमारे हिस्से आएंगी,
हार कर हम अब तुझ से शिकायत करते है अब तो गमो का सिलसिला बन्द कर दो,
जिस प्यार की खातिर हम तमाम उम्र तरसे वो देर से मिला हमको,
उस प्यार के भी जाने कितने इम्तिहान हमको देने होंगे,
ये इम्तिहानो का सिलसिला बन्द कर दो अब और सब्र नही मुझमे,
चन्द लम्हे बचे है जिंदगी के अब तो चैन से हमको जी लेने दो,
दर्द अपनो से ही इतने मिले की दर्द की आदत पड़ गयी,
थोड़ी सी खुशियां भर दो झोली में मेरी हर शिकायत खत्म करो,
मेरी इस अर्जी पर ऐ जिंदगी जरा गौर करो।
